76वाँ गणतंत्र दिवस

विविध


 28-Jan-2025

चर्चा में क्यों?  

भारत ने अपना 76वाँ गणतंत्र दिवस 'स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास' थीम के साथ मनाया, जिसमें सैन्य शक्ति, विकास और सांस्कृतिक विविधता पर ध्यान केंद्रित किया गया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि थे।  

76वाँ गणतंत्र दिवस  

गणतंत्र दिवस का महत्त्व: 26 जनवरी, 1950 को भारतीय संविधान के अंगीकरण की स्मृति को उजागर करता है, जो लोकतांत्रिक मूल्यों और विरासत को प्रतिबिंबित करने वाले गणराज्य में भारत के परिवर्तन को दर्शाता है।  

2025 गणतंत्र दिवस की झाँकी की मुख्य विशेषताएँ  

तीनों सेनाओं की झाँकी  

  • विषय/थीम: 'सशक्त और सुरक्षित भारत' (सशक्त और सुरक्षित भारत)।  
  • थल, जल और वायु में एकीकृत संचालन के साथ थल, नौसेना और वायु सेना के बीच तालमेल को प्रदर्शित किया गया।  
  • स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियाँ शामिल  
    • अर्जुन मुख्य युद्धक टैंक (अर्जुन मेन बैटल टैंक)  
    • तेजस MKII लड़ाकू विमान  
    • उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर  
    • INS विशाखापत्तनम विध्वंसक  

DRDO की झाँकी  

  • विषय/थीम: 'रक्षा कवच - बहु-क्षेत्रीय खतरों के विरुद्ध बहु-स्तरीय सुरक्षा।'  
  • अत्याधुनिक स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकियों पर प्रकाश डाला गया:  
    • त्वरित प्रतिक्रिया सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल  
    • मध्यम शक्ति रडार– अरुध्रा  
    • ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम  
    • उन्नत हल्के टारपीडो  
    • धाराशक्ति इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली  
    • स्वदेशी मानवरहित हवाई प्रणालियाँ  

 76वें गणतंत्र दिवस परेड (2025) में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियाँ

राज्य/संघ राज्य क्षेत्र

विषय/ थीम  

मुख्य आकर्षण/ हाइलाइट्स 

आंध्र प्रदेश

"एटिकोप्पका बोम्मलु- पर्यावरण-अनुकूल लकड़ी के खिलौने"

पर्यावरण मित्रता को बढ़ावा देने वाले पारंपरिक लकड़ी के खिलौनों पर ध्यान केंद्रित किया गया।

बिहार

"स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास

(नालंदा विश्वविद्यालय)"

क्षेत्र की समृद्ध बौद्ध विरासत और नालंदा विश्वविद्यालय को दर्शाया गया।

चंडीगढ़

"चंडीगढ़: विरासत, नवाचार और स्थिरता का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण"

फिल्म निर्माण में शहर के योगदान को प्रदर्शित किया गया।

दादरा नगर हवेली व दमन और दीव

"कुकरी मेमोरियल के साथ दमन एवियरी बर्ड पार्क- भारतीय नौसेना के बहादुर नाविकों को श्रद्धांजलि"

एवियरी बर्ड पार्क पर प्रकाश डाला गया और बहादुर भारतीय नौसेना के नाविकों को श्रद्धांजलि दी गई।

दिल्ली

"गुणवत्ता की शिक्षा"

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयासों पर प्रकाश डाला गया।

गोवा

"गोवा की सांस्कृतिक विरासत"

दिविजा उत्सव, कावी कला रूपों और गोवा की पर्यटन-समृद्ध विरासत को प्रदर्शित किया।

गुजरात

"स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास"

वडनगर से 12वीं शताब्दी के कीर्ति तोरण और C-295 विमान असेंबली यूनिट को प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया।

हरियाणा 

"भगवद् गीता और

कृष्ण की शिक्षाओं का प्रदर्शन"

भगवद् गीता से जुड़ी आध्यात्मिक शिक्षाओं और विरासत पर ध्यान केंद्रित किया।

कर्नाटक

"लक्कुंडी: पत्थर शिल्प का उद्गम स्थल"

सोमेश्वर जैसे जैन मंदिरों और लक्कुंडी में जैन बसदी को हाइलाइट किया, चालुक्य वंश की कला को प्रदर्शित किया।

मध्य प्रदेश

"मध्य प्रदेश का गौरव: कुनो राष्ट्रीय उद्यान - चीतों की भूमि"

कुनो नेशनल पार्क में चीतों के पुन: परिचय को दर्शाया।

पंजाब

"ज्ञान और बुद्धि की भूमि के रूप में पंजाब"

पंजाब की शैक्षिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया।

त्रिपुरा

"शाश्वत श्रद्धा: 14 देवताओं की पूजा- खर्ची पूजा"

पारंपरिक खर्ची पूजा त्योहार पर प्रकाश डाला गया।

उत्तर प्रदेश

"महाकुंभ 2025 - स्वर्णिम

भारत विरासत और विकास"

प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन और त्रिवेणी संगम (गंगा, यमुना, सरस्वती) दर्शाया गया है।

उत्तराखंड

"उत्तराखंड: सांस्कृतिक विरासत और साहसिक खेल"

राज्य की सांस्कृतिक विरासत और साहसिक पर्यटन की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।

पश्चिम बंगाल

"'लक्ष्मी भंडार' और 'लोक प्रसार प्रकल्प'- बंगाल में जीवन को सशक्त बनाना और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना"

सरकारी पहलों के माध्यम से महिला सशक्तीकरण और आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित किया गया।