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30 अगस्त, 2024

करेंट अफेयर्स


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 30-Aug-2024

  करेंट अफेयर्स  

भारतीय नौसेना जहाज़ (INS) अरिघात (S3)

चर्चा में क्यों?

भारत की दूसरी परमाणु ऊर्जा से चलने वाली बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी, INS अरिघात को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में नौसेना में शामिल किया गया। यह पनडुब्बी INS अरिहंत का उन्नत संस्करण है। INS अरिघाट K-15 बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस है, जिनकी मारक क्षमता 750 किलोमीटर है, जो भारतीय नौसेना के शस्त्रागार को और मज़बूत बनाती है।

आईएनएस अरिहंत (S2) के बारे में:

  • इसका निर्माण वर्ष 2016 में शुरू हुआ था।
  • यह भारत की पहली बैलिस्टिक मिसाइल परमाणु पनडुब्बी (SSMN) है, जिसे पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) के रूप में प्रक्षेपित किया गया है।
  • इसमें पनडुब्बियों से परमाणु हथियार लॉन्च करने की क्षमता है, विशेष रूप से भारत की 'पहले उपयोग नहीं' नीति के आलोक में परमाणु तिकड़ी प्राप्त करने के संदर्भ में इसका महत्त्व है।  
  • यह वर्तमान में 750 किलोमीटर की रेंज वाली K-15 SLBM से लैस है

भारतीय नौसेना के बारे में:

  • इसकी आधिकारिक स्थापना 26 जनवरी, 1950 को हुई थी, हालाँकि इसकी उत्पत्ति औपनिवेशिक युग में रॉयल इंडियन नेवी के हिस्से के रूप में हुई थी।
  • भारत में नौसेना दिवस प्रतिवर्ष 4 दिसंबर को मनाया जाता है
  • इसका मिशन देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा करना, हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना तथा आपदाओं के दौरान मानवीय सहायता प्रदान करना है।
  • इसका नेतृत्व नौसेना प्रमुख (CNS) करते हैं। एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी वर्तमान CNS हैं
  • इसे तीन कमानों में विभाजित किया गया है: पश्चिमी नौसेना कमान (मुंबई), पूर्वी नौसेना कमान (विशाखापत्तनम) और दक्षिणी नौसेना कमान (कोच्चि)।
    • पश्चिमी और पूर्वी नौसेना कमान ‘ऑपरेशनल कमान’ हैं तथा क्रमशः अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी में संचालन पर नियंत्रण रखती हैं। दक्षिणी कमान प्रशिक्षण कमान है।
  • बेड़ा: पश्चिमी बेड़ा मुंबई में और पूर्वी बेड़ा विशाखापत्तनम में।


मुस्लिम विवाह विधेयक

चर्चा में क्यों?

असम विधानसभा ने असम अनिवार्य मुस्लिम विवाह और तलाक पंजीकरण विधेयक, 2024 पारित कर दिया है। इस विधेयक का उद्देश्य बाल विवाह को रोकना, दोनों पक्षों की सहमति से विवाह सुनिश्चित करना तथा बहुविवाह की जाँच करना है। विधानसभा ने 89 वर्ष पूर्व उस अधिनियम को भी निरस्त कर दिया जो पहले राज्य में मुस्लिम विवाह एवं तलाक के पंजीकरण को नियंत्रित करता था। इस निरसन ने पाँच माह पूर्व जारी किये गए अध्यादेश की पुष्टि की।

विवाह पर मुस्लिम पर्सनल लॉ के बारे में:

  • शरिया या मुस्लिम पर्सनल लॉ के अनुसार, पुरुषों को बहुविवाह करने की अनुमति है
  • 'निकाह हलाला' एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक मुस्लिम महिला को पहले किसी दूसरे व्यक्ति से शादी करनी होती है और फिर उससे तलाक लेना होता है, उसके बाद ही उसे अपने तलाकशुदा पति से दोबारा शादी करने की अनुमति मिलती है।
  • एक मुस्लिम पुरुष तीन महीने तक एक बार तलाक बोलकर अपनी पत्नी को तलाक दे सकता है। इस प्रथा को तलाक-ए-हसन कहा जाता है।
  • "ट्रिपल तलाक" के तहत पति को ईमेल या टेक्स्ट संदेश सहित किसी भी रूप में तीन बार "तलाक" शब्द दोहराकर अपनी पत्नी को तलाक देने की अनुमति है।
  • इस्लाम में तलाक और खुला क्रमशः पुरुषों तथा महिलाओं के लिये तलाक के दो शब्द हैं। एक पुरुष 'तलाक' के ज़रिये अलग हो सकता है जबकि एक महिला 'खुला' के ज़रिये अपने पति से अलग हो सकती है।

मुस्लिम पर्सनल लॉ (शरीयत) एप्लीकेशन एक्ट, 1937 के बारे में:

  • यह एक व्यक्तिगत कानून है जो केवल 'मुसलमानों' पर लागू होता है
  • भारतीय न्यायिक संदर्भ में न्यायालय मुस्लिम कानून को विशेष रूप से कुछ निर्दिष्ट मामलों में मोहम्मडन के रूप में पहचान करने वाले व्यक्तियों पर लागू करती हैं
  • इसमें कानूनी सिद्धांतों और विनियमों का एक समूह शामिल है तथा विवाह, तलाक, उत्तराधिकार, विरासत आदि से संबंधित मामलों को शामिल करता है।
  • प्राथमिक स्रोत:
    • कुरान
    • सुन्ना (परंपराएँ या हदीस)
      • सुन्नत-उल-कुआल (पैगंबर द्वारा कहे गए शब्द)
      • सुन्नत-उल-फैल (पैगंबर का आचरण)
      • सुन्नत-उल-तहरीर (पैगंबर द्वारा मौन
    • इज्मा (सर्वसम्मति)
    • कियास (सादृश्यात्मक निष्कर्ष)
    • द्वितीयक स्रोत
      • विधान
      • न्यायिक निर्णय – (पूर्व उदाहरण)
      • प्रथाएँ

शी-बॉक्स पोर्टल

चर्चा में क्यों?

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शी-बॉक्स पोर्टल लॉन्च किया है। यह एक केंद्रीकृत प्लेटफॉर्म है जिसे यौन उत्पीड़न की शिकायतों को संबोधित और प्रबंधित करके महिलाओं के लिये कार्यस्थलों को सुरक्षित बनाने के लिये डिज़ाइन किया गया है। यह पोर्टल महिलाओं को शिकायत दर्ज करने, उनकी स्थिति को ट्रैक करने तथा यह सुनिश्चित करने की अनुमति देगा कि शिकायतों पर समय पर कार्रवाई की जाए। इसमें शिकायतों की वास्तविक समय पर निगरानी करने के लिये एक नामित नोडल अधिकारी भी है, जिससे एक सुव्यवस्थित एवं सुनिश्चित निवारण प्रक्रिया प्रदान की जा सके।

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के बारे में:

  • यह 30 जनवरी, 2006 से एक अलग मंत्रालय के रूप में अस्तित्व में आया, इससे पहले वर्ष 1985 से यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत एक विभाग था
  • मुख्यालय: नई दिल्ली
  • इसका उद्देश्य नीतियों, कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से महिलाओं तथा बच्चों के कल्याण, संरक्षण एवं विकास से संबंधित विभिन्न मुद्दों को संबोधित करना है।
  • मंत्रालय के 4 संबद्ध संगठन हैं।
    • राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (NIPCCD)
    • राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW)
    • राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR)
    • केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन एजेंसी (CARA)


अब्दुल गफूर मजीद नूरानी (ए.जी. नूरानी)

चर्चा में क्यों?

प्रसिद्ध वकील, संवैधानिक विशेषज्ञ और विपुल लेखक ए.जी. नूरानी का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया।

परिचय:

  • उन्होंने 1953 में बॉम्बे हाई कोर्ट में एक वकील के रूप में अपना कॅरियर शुरू किया और ब्रिटिश शासन के दौरान बैरिस्टर के रूप में प्रैक्टिस करने वाले पहले भारतीय बने।
  • हालाँकि उन्होंने वकालत की, नूरानी ने अपना ज़्यादातर समय कानूनी, राजनीतिक और ऐतिहासिक विषयों पर लिखने में लगाया।
  • उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन और बदरुद्दीन तैयबजी की जीवनी लिखी।
  • उल्लेखनीय कार्य
    • द कश्मीर क्वेश्चन (1964)
    • मिनिस्टर्स मिसकंडक्ट (1973)
    • कान्स्टिटूशनल क्वेश्चन एंड सिटीज़ंस राईट (2006)
    • द आर.एसएस: ए मीनेस टू इंडिया  (2019)

बलपूर्वक अपरहण किये गए लोगों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस

  • यह दिवस प्रतिवर्ष 30 अगस्त को मनाया जाता है
  • इस दिन गिरफ्तारी, हिरासत और अपहरण जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला जाता है जो बलपूर्वक गायब होने में योगदान करते हैं
  • अपरहण होने वाले लोगों के रिश्तेदारों और गवाहों के बढ़ते उत्पीड़न, दुर्व्यवहार तथा  धमकी के बारे में भी चिंता जताई गई।

नोट:

बलपूर्वक अपरहण किये जाने में राज्य द्वारा या राज्य की ओर से किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी शामिल है, जिसके बाद उन्हीं अधिकारियों द्वारा इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया जाता है


  सामान्य ज्ञान  

आज समाचारों में प्रमुख हस्तियाँ

नाम 

पदनाम 

छवि

अलेक्जेंडर ज़ेवेरेव

जर्मन टेनिस खिलाड़ी

विल पुकोवस्की

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर

जेक सुलिवन

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार

जितिन प्रसाद

भारत के केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री

जगदीप धनखड़

भारत के उपराष्ट्रपति

शहबाज़ शरीफ 

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री