29 जून, 2024
करेंट अफेयर्स
29-Jun-2024
अरुंधति रॉय ने जीता पेन पिंटर पुरस्कार 2024
- अरुंधति रॉय एक प्रख्यात भारतीय लेखिका हैं, जो बुकर पुरस्कार विजेता उपन्यास द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स (1997) के लिये जानी जाती हैं।
- वह एक राजनीतिक कार्यकर्त्ता भी हैं जो पर्यावरण और मानवाधिकारों के मुद्दों से जुड़ी हैं।
पेन पिंटर पुरस्कार के बारे
- 2009 में चैरिटी इंग्लिश पेन द्वारा स्थापित, पेन पिंटर पुरस्कार निम्नलिखित के लिये एक प्रकाश स्तंभ के रूप में कार्य करता है:
- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करना
- प्रभावशाली साहित्य का जश्न मनाना
- नोबेल पुरस्कार विजेता नाटककार हेरोल्ड पिंटर की विरासत का सम्मान करना
- नाटककार हेरोल्ड पिंटर की याद में स्थापित, यह पुरस्कार "उत्कृष्ट साहित्यिक योग्यता" वाले लेखकों के लिये है जो विश्व को "अविचलित" नज़र से देखते हैं।
भूस्थिर परिचालन पर्यावरण उपग्रह (Geostationary Operational Environmental Satellite- GOES)-U का प्रक्षेपण
चर्चा में क्यों?
- नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) और स्पेसएक्स ने मौसम उपग्रह GOES-U लॉन्च किया।
- स्पेसएक्स ने नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (NOAA) कार्यक्रम के लिये चौथे और अंतिम उपग्रह का सफल प्रक्षेपण किया।
NASA के बारे में
- स्थापना: 1 अक्तूबर, 1958 संयुक्त राज्य अमेरिका (US) सरकार के एक भाग के रूप में।
- उद्देश्य: वायु और अंतरिक्ष में अज्ञात का अन्वेषण करना, मानवता के लाभ के लिये नवाचार करना एवं खोज के माध्यम से विश्व को प्रेरित करना।
- मुख्यालय: वाशिंगटन, डी.सी.
GOES-U के बारे में
- यह प्रक्षेपण फ्लोरिडा में NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स फाल्कन हेवी रॉकेट पर हुआ।
- इसने पृथ्वी से लगभग 22,200 मील ऊपर भूस्थिर कक्षा में पहुँचने पर अपने सौर सरणियों को तैनात किया था।
उद्देश्य
- GOES-U उत्तरी अमेरिका, मध्य और दक्षिण अमेरिका, कैरिबियन, अटलांटिक महासागर तथा अफ्रीका के पश्चिमी तट सहित व्यापक क्षेत्रों में मौसम की स्थिति की निरंतर निगरानी करेगा।
असम में मेनलैंड सीरो देखा गया
चर्चा में क्यों?
- वैज्ञानिकों की एक टीम ने पश्चिमी असम के रायमोना राष्ट्रीय उद्यान में एकमात्र मेनलैंड सीरो (कैप्रिकॉर्निस सुमात्राएंसिस थार) को रिकॉर्ड किया है।
सीरो के बारे में
- यह एक स्तनपायी जीव है जो बकरी और मृग के जैसा दिखाई देता है।
- वितरण: भारत-भूटान सीमा के पार फिबसू वन्यजीव अभयारण्य और भूटान के रॉयल मानस राष्ट्रीय उद्यान में।
- वैज्ञानिक नाम: कैप्रिकॉर्निस सुमात्राएंसिस थार
- संरक्षण की स्थिति
- IUCN: सुभेद्द
- CITES : परिशिष्ट I
रेमोना राष्ट्रीय उद्यान के बारे में
- स्थान: असम में भारत-भूटान सीमा पर स्थित है।
- सीमाएँ
- उत्तर: भूटान में फिबसू वन्यजीव अभयारण्य के साथ भारत-भूटान अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करता है।
- पश्चिम: यह भारत-भूटान सीमा से पश्चिम बंगाल और असम की अंतर-राज्यीय सीमा के साथ संकोश नदी द्वारा चिह्नित है।
- पूर्व: सरलभंगा नदी (जिसे स्वरमंगा भी कहा जाता है) भूटान के सरफंग ज़िले से दक्षिण की ओर प्रवाहित होती है।
- वनस्पति: नम साल के वनों, उप-हिमालयी उच्च जलोढ़ अर्द्ध-सदाबहार वनों, सवाना वनों, नम-मिश्रित पर्णपाती वनों, नदी के किनारे के वनों से लेकर खोइर-सिस्सू वनों तक के विभिन्न प्रकार और उप-प्रकार के वन।
- पादप: असंख्य आर्किड प्रजातियाँ, अन्य उष्णकटिबंधीय वर्षावन प्रजातियाँ और नदी के किनारे घास के मैदान।
- जीव-जंतु: गोल्डन लंगूर, एशियाई हाथी, रॉयल बंगाल टाइगर, क्लाउडेड तेंदुआ और भारतीय गौर आदि।
प्लास्टिक अपशिष्ट सड़क
- जयपुर सैन्य स्टेशन भारत का दूसरा सैन्य स्टेशन बन गया है, जहाँ प्लास्टिक अपशिष्ट से सड़क बनाई गई है।
- यह स्टेशन प्लास्टिक अपशिष्ट से सड़क का निर्माण करने वाला दूसरा सैन्य स्टेशन बना साथ ही प्लास्टिक अपशिष्ट को अपनी प्रबंधन गतिविधियों में उपयोग करने वाला पहला स्टेशन बन गया है।
- प्लास्टिक अपशिष्ट से सड़क बनाने वाला पहला सैन्य स्टेशन असम के गुवाहाटी में नारंगी सैन्य स्टेशन था, जिसे वर्ष 2019 में बनाया गया था।