23 मई, 2023
करेंट अफेयर्स
23-May-2023
विश्व मधुमक्खी दिवस, 2023
- मानवीय गतिविधियाँ मधुमक्खियों,तितलियों, चमगादड़ों और पक्षियों सहित अन्य सभी परागण गतिविधयों के लिये बढ़ते खतरे का कारण बनती जा रहीं हैं। जबकि परागण हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के अस्तित्त्व के लिये एक महत्त्वपूर्ण प्रक्रिया है।
- जंतु द्वारा परागण की प्रक्रियाविश्व के लगभग 90% वन्य पुष्पीय पौधों की प्रजातियों के प्रजनन चक्र में पूर्ण या आंशिक रूप से एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो वैश्विक रूप से खाद्य फसलों के 75% से अधिक में योगदान करते हैं तथा विश्व भर में लगभग 35% कृषि भूमि पर विस्तृत है। परागणक न केवल प्रत्यक्ष रूप से खाद्य सुरक्षा के लिये महत्त्वपूर्ण हैं बल्कि जैव विविधता संरक्षण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- परागणकर्त्ताओं के महत्त्व एवं उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों तथा सतत् विकास में उनके योगदान के संदर्भ में जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र संघ ने 20 मई को विश्व मधुमक्खी दिवस के रूप में नामित किया है।
- विश्व मधुमक्खी दिवस, 2023 की थीम है “इंगेजिंग इन पॉलिनेटर-फ्रेंडली एग्रीकल्चर प्रोडक्शन” अर्थात् परागणक सहायक कृषि उत्पादन में संलग्न होना।
स्रोत: https://www.un.org/en/observances/bee-day
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महत्त्वाकांक्षी "75/25" पहल की घोषणा की
- विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने वर्ष 2025 तक उच्च रक्तचाप तथा मधुमेह वाले 75 मिलियन लोगों की जाँच करने और उन्हें मानक देखभाल प्रदान करने के लिये एक महत्त्वाकांक्षी पहल की शुरुआत की है।
- नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी. के. पॉल ने G20 सह-ब्रांडेड कार्यक्रम "उच्च रक्तचाप तथा मधुमेह की रोकथाम और प्रबंधन में तेजी लाना" के दौरान यह घोषणा की।
- डॉ. वी. के. पॉल ने अभिनव कार्यक्रम के महत्त्व पर बल दिया और इस बात पर ज़ोर दिया कि यह गैर-संचारी रोगों (NCD) के लिये वैश्विक स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा में सबसे बड़ा विस्तार होगा।
- यह प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल स्तर पर आरंभ एक समुदाय आधारित दृष्टिकोण है। यह संसाधनों के आवंटन, क्षमता में वृद्धि, गतिशीलता और बहु-क्षेत्रवार सहयोग द्वारा NCD को संबोधित करने के लिये सरकार के दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करता है।
- उन्होंने कहा कि, माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्त्व के तहत, भारत अमृत काल में अगले 25 वर्षों में एक विकसित देश बन जाने के लिये दृढ़ संकल्पित है।
- इस लक्ष्य को अर्जित करने की दिशा में, भारत विकसित देशों के समकक्ष जीवन प्रत्याशा, मातृ मृत्यु दर, NCD जैसे सामाजिक संकेतकों में परिणाम प्राप्त करने का प्रयत्न कर रहा है।
- एक महत्त्वपूर्ण कदम के रूप में, केंद्रीय बजट 2023-2024 के निर्गत बजट दस्तावेज़ में पहली बार उच्च रक्तचाप और मधुमेह के उपचार को आउटपुट संकेतक के रूप में शामिल किया गया है।
- यह उच्च रक्तचाप और मधुमेह के लिये कवरेज और सेवाओं का विस्तार करने के लिये सरकार के समर्पण को दर्शाता है और इन स्वास्थ्य मुद्दों को संबोधित करने की उनकी प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
प्रधानमंत्री ने हिरोशिमा में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण किया
- दिनांक 20 मई, 2023 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जापान के हिरोशिमा में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया।
- अनावरण समारोह के दौरान उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में प्रधानमंत्री के विशेष सलाहकार एवं सांसद महामहिम श्री नकातानी जैन, हिरोशिमा शहर के मेयर श्री कासुमी मत्सुई; हिरोशिमा सिटी असेम्बली के अध्यक्ष श्री ततसुनोरी मोतानी, हिरोशिमा के सांसद एवं वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, भारतीय समुदाय के सदस्य और जापान में महात्मा गांधी के अनुयायी शामिल थे।
- दिनांक 19 से 21 मई तक आयोजित G-7 शिखर सम्मेलन के संबंध में प्रधानमंत्री की जापान यात्रा के दौरान महात्मा गांधी की प्रतिमा भारत और जापान के बीच मैत्री एवं सद्भावना के प्रतीक के रूप में हिरोशिमा शहर को भेंट की गई है।
- 42 इंच लंबी इस काँस्य आवक्ष प्रतिमा को ‘पद्मभूषण’ श्री राम वनजी सुतार ने तैयार किया है। मोतोयासु नदी से सटा यह स्थल प्रतिष्ठित ए-बम डोम के निकट है, जिसे देखने के लिये रोजाना हजारों स्थानीय लोग और पर्यटक आते रहते हैं।
- इस स्थान को शांति एवं अहिंसा के लिये एकजुटता के प्रतीक के रूप में चुना गया है। महात्मा गांधी ने अपना जीवन शांति एवं अहिंसा के लिये समर्पित कर दिया। यह स्थान वास्तव में गांधीजी के सिद्धांतों और जीवन के साथ प्रतिध्वनित होता है, जो विश्व भर के नेताओं को प्रेरित करता है।
भारत द्वारा चक्रवात प्रभावित म्यांमार की सहायता के लिये 'ऑपरेशन करुणा' शुरू किया गया
- भारत द्वारा शुरू किया गया "ऑपरेशन करुणा", म्यांमार में चक्रवात मोचा से प्रभावित व्यक्तियों को सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से एक पहल है।
- 18 मई को, शिवालिक, कामोर्टा और सावित्री नाम के तीन भारतीय नौसेना के जहाज़ खाद्य आपूर्ति, टेंट, आवश्यक दवाएँ, पानी के पंप, पोर्टेबल जनरेटर, कपड़े और स्वच्छता की वस्तुओं जैसी महत्त्वपूर्ण राहत सामग्री लेकर यांगून पहुँचे।
RBI द्वारा 2,000 रुपए के नोट वापस लेने का निर्णय
- केंद्रीय बैंक द्वारा जनता को सलाह दी गई है कि वे या तो 2000 रुपए के नोट जमा करें, जो छ: वर्ष पहले विमुद्रीकरण प्रक्रिया के दौरान 500 तथा 1000 रुपए के नोटों की वापसी के बाद उनके बैंक खातों में जमा किये गए थे या किसी भी बैंक शाखा में विभिन्न मूल्यवर्ग के बैंक नोटों के लिये उनका आदान-प्रदान किया गया था। ।
- 2000 रुपए के नोट को नवंबर 2016 में RBI अधिनियम, 1934 की धारा 24 (1) के अंतर्गत शामिल किया गया था, जिसका मुख्य उद्देश्य 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों की कानूनी निविदा स्थिति को वापस लेने के बाद अर्थव्यवस्था की मुद्रा की आवश्यकता को तेज़ी से पूरा करना था।
- उस उद्देश्य की पूर्ति के साथ, और अन्य मूल्यवर्ग के नोट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने के बाद, वर्ष 2018-19 में 2000 रुपए के नोटों की छपाई बंद कर दी गई थी।
संवाद और विकास के लिये विश्व सांस्कृतिक विविधता दिवस 2023
- प्रत्येक वर्ष 21 मई को पूरे विश्व में लोग संवाद और विकास के लिये विश्व सांस्कृतिक विविधता दिवस मनाते है।
- यह महत्त्वपूर्ण दिवस पूरे विश्व में संस्कृतियों की विविधता का सम्मान करता है और वैश्विक शांति एवं सतत् विकास को बढ़ावा देने में अंतर-सांस्कृतिक संवाद की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर ज़ोर देता है।
- विश्व सांस्कृतिक विविधता दिवस वैश्विक संस्कृतियों की संपदा का जश्न मनाने और अंतर-सांस्कृतिक संवाद को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
- इसके अतिरिक्त, यह दिवस शांति और सतत् विकास प्राप्त करने में सांस्कृतिक विविधता के महत्त्व के संबंध में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है।
अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस
- प्रत्येक वर्ष 21 मई को पूरे विश्व में चाय के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक महत्त्व का सम्मान करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस मनाया जाता है।
- यह दिवस भूख, गरीबी को दूर करने और स्थायी चाय उत्पादन तथा खपत को बढ़ावा देने में चाय की महत्त्वपूर्ण भूमिका के संबंध में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है।
- चाय पूरे विश्व में सबसे व्यापक रूप से उपभोग किये जाने वाले पेय पदार्थों में से एक है, जिसके प्रतिदिन 2 अरब से अधिक कप चाय पी जाती है। इसकी कृषि 50 से अधिक देशों में की जाती है तथा पूरे विश्व में लाखों लोगों के लिये रोज़गार का एक महत्त्वपूर्ण स्रोत है। इसके अलावा, चाय कई विकासशील देशों की आर्थिक विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान देती है।
- वर्ष 2019 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आधिकारिक तौर पर 21 मई को अंतर्राष्ट्रीय चाय दिवस के रूप में नामित किया। यह अवसर चाय उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए चाय के कई लाभों का जश्न मनाते हैं।