22 जुलाई, 2024
करेंट अफेयर्स
22-Jul-2024
सिंधु-सरस्वती सभ्यता
चर्चा में क्यों?
- राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 6 की सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक एक्सप्लोरिंग सोसाइटी: इंडिया एंड बियॉण्ड जारी की है, जिसमें हड़प्पा समाज को सिंधु-सरस्वती सभ्यता के रूप में उल्लेखित किया गया है
- यह NDA सरकार द्वारा स्कूली शिक्षा के लिये राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा वर्ष 2023 के अनुरूप जारी की गई पहली सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक है।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (National Council of Educational Research and Training- NCERT)
- यह भारत सरकार द्वारा वर्ष 1961 में स्थापित एक स्वायत्त संगठन है
- यह स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये नीतियों और कार्यक्रमों पर केंद्र तथा राज्य सरकारों को सहायता एवं सलाह देता है।
- उद्देश्य:
- स्कूली शिक्षा में अनुसंधान करना, उसे बढ़ावा देना और उसका समन्वय करना।
- मॉडल पाठ्यपुस्तकें, पूरक सामग्री, समाचार-पत्र, पत्रिकाएँ तैयार करना और प्रकाशित करना तथा शैक्षिक किट व मल्टीमीडिया डिजिटल सामग्री विकसित करना।
- शिक्षकों के लिये सेवा-पूर्व और सेवाकालीन प्रशिक्षण आयोजित करना।
- नवीन शैक्षिक तकनीकों और प्रथाओं का विकास तथा प्रसार करना।
- राज्य शैक्षिक विभागों, विश्वविद्यालयों, गैर सरकारी संगठनों और अन्य शैक्षिक संस्थानों के साथ सहयोग एवं नेटवर्क बनाना।
- NCERT की इकाइयाँ:
- केंद्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी संस्थान (CIET), नई दिल्ली
- पंडित सुंदरलाल शर्मा केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान (PSSCIVE), भोपाल
- क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (RIE), अजमेर
- क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (RIE), भोपाल
- क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (RIE), भुवनेश्वर
- क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (RIE), मैसूर
- उत्तर-पूर्व क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (NERIE), शिलाॅन्ग
राष्ट्रीय ध्वज दिवस 2024
- यह दिवस प्रतिवर्ष 22 जुलाई को मनाया जाता है।
- उत्पत्ति: यह दिवस वर्ष 1947 में संविधान सभा द्वारा भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को अपनाए जाने की याद में मनाया जाता है।
- उद्देश्य: भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के समृद्ध प्रतीकवाद और महत्व का सम्मान करना तथा नागरिकों में देशभक्ति एवं राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज:
- इतिहास:
- संभवतः भारत का पहला राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्त 1906 को कोलकाता के पारसी बागान स्क्वायर (ग्रीन पार्क) में फहराया गया था।
- दूसरा भारतीय ध्वज वर्ष 1907 में पेरिस में मैडम भीकाजी कामा द्वारा फहराया गया था।
- वर्ष 1917 में डॉ. एनी बेसेंट और लोकमान्य तिलक ने होम रूल आंदोलन के तहत एक नया ध्वज अपनाया।
- इसमें पाँच बारी-बारी से लाल और चार हरी क्षैतिज पट्टियाँ थीं तथा सप्तऋषि विन्यास में सात तारे थे।
- एक शीर्ष कोने पर सफेद अर्द्धचंद्र और तारा था तथा दूसरे पर यूनियन जैक था।
- वर्ष 1921 में अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस कमेटी के बेज़वाड़ा अधिवेशन में पिंगली वेंकैया ने लाल और हरे रंग से एक ध्वज डिज़ाइन किया, जो हिंदुओं तथा मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करता था।
- गांधीजी ने भारत के शेष समुदायों के लिये एक सफेद पट्टी और देश के विकास के प्रतीक के रूप में एक चलता हुआ चरखा जोड़ने का सुझाव दिया।
- वर्ष 1931 में एक प्रस्ताव पारित कर तिरंगे झंडे को हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में स्वीकार किया गया।
- इस ध्वज में तीन पट्टियाँ थीं- केसरिया, सफेद और हरा, जिसके बीच में चरखा बना हुआ था।
- वर्ष 1947 में संविधान सभा ने तीन ध्वजों और बीच में अशोक चक्र वाले भारतीय ध्वज को अपनाया।
- परिणामस्वरूप, कॉन्ग्रेस पार्टी का तिरंगा झंडा अंततः स्वतंत्र भारत का तिरंगा झंडा बन गया।
- राष्ट्रीय ध्वज का विवरण:
- सबसे ऊपर केसरिया रंग शक्ति और साहस का प्रतीक है, बीच में सफेद रंग शांति तथा सच्चाई का प्रतीक है एवं नीचे हरा रंग उर्वरता, विकास व भूमि की शुभता का प्रतीक है
- 24 तीलियों वाला अशोक चक्र ध्वज पर प्रतीक के रूप में चरखे की जगह ले चुका है। इसका उद्देश्य यह दिखाना है कि गति में जीवन है और ठहराव में मृत्यु है।
- राष्ट्रीय ध्वज आयताकार होना चाहिये जिसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 होना चाहिये।
- संवैधानिक और कानूनी पहलू:
- राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का अपराध,
- भारत के संविधान का अपमान करने का अपराध,
- राष्ट्रीय गान गाने से रोकने का अपराध।
- संविधान के भाग IV-A (जिसमें केवल एक अनुच्छेद 51-A शामिल है) में ग्यारह मौलिक कर्त्तव्यों का उल्लेख है। अनुच्छेद 51A (a) के अनुसार।
- भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्त्तव्य होगा कि वह संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों तथा संस्थाओं, राष्ट्रीय ध्वज एवं राष्ट्रगान का सम्मान करे।
- राष्ट्रीय सम्मान अपमान निवारण अधिनियम, 1971 के तहत निम्नलिखित अपराधों के लिये दोषी ठहराए गए व्यक्ति को संसद और राज्य विधानमंडल के चुनावों में 6 साल के लिये चुनाव लड़ने के लिये अयोग्य घोषित किया जाता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका (UNITED STATES- US) में भारत के अगले राजदूत
चर्चा में क्यों?
- विनय मोहन क्वात्रा को संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है
- उन्होंने तरनजीत सिंह संधू का स्थान लिया।
विनय मोहन क्वात्रा
- वह एक भारतीय राजनयिक हैं, जो वर्तमान में भारत के विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) के रूप में कार्यरत हैं
- वह वर्ष 1995 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुए और अमेरिका, चीन तथा नेपाल सहित विभिन्न देशों में प्रमुख पदों पर रहे
- वर्ष 2021 में, उन्हें नेपाल में राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया और वर्ष 2015 के नेपाल भूकंप के दौरान संबंधों के प्रबंधन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दूसरा एशिया प्रशांत विमानन सम्मेलन
चर्चा में क्यों?
- नागरिक उड्डयन पर दूसरा एशिया-प्रशांत मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 11-12 सितंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा
- सम्मेलन का आयोजन भारत सरकार और अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (International Civil Aviation Organization- ICAO) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है
- इसमें चीन और पाकिस्तान सहित लगभग 40 देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
- लक्ष्य: क्षेत्र को भविष्य के लिये एक दृष्टिकोण प्रदान करना, जो न केवल नवाचार की संस्कृति को प्रोत्साहित करे, बल्कि इस बात पर भी ज़ोर दे कि विमानों को सुरक्षित रखना कितना महत्त्वपूर्ण है
APAC के बारे में
- यह एक प्रमुख क्षेत्रीय मंच है जो विमानन उद्योग के भीतर महत्त्वपूर्ण मुद्दों और अवसरों को संबोधित करता है।
- समय-समय पर आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में एशिया-प्रशांत क्षेत्र और उससे आगे के विमानन नेताओं, नीति-निर्माताओं तथा उद्योग विशेषज्ञों को एकत्रित किया जाता है।
- मुख्य फोकस क्षेत्र: क्षेत्रीय विमानन चुनौतियाँ, तकनीकी नवाचार, आर्थिक विकास, सुरक्षा और स्थिरता
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (International Civil Aviation Organization- ICAO
- स्थापना: 7 दिसंबर 1944
- यह संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक विशेष एजेंसी है जिसने शांतिपूर्ण वैश्विक हवाई नेविगेशन के लिये मानकों और प्रक्रियाओं की नींव रखी।
- मुख्यालय: मॉन्ट्रियल, कनाडा
- अध्यक्ष: साल्वाटोर स्कियाचिटानो
- महासचिव: जुआन कार्लोस सालाज़ार
- भारत इसके 193 सदस्यों में से एक है।
- प्रमुख कार्यक्रम
- यूनिवर्सल सेफ्टी ओवरसाइट ऑडिट प्रोग्राम (USOAP)
- यूनिवर्सल सिक्योरिटी ऑडिट प्रोग्राम (USAP)
- अंतर्राष्ट्रीय विमानन के लिये कार्बन ऑफसेटिंग और न्यूनीकरण योजना (CORSIA)
- हालिया फोकस: कोविड-19 के बाद विमानन सुधार, पर्यावरणीय स्थिरता और वैश्विक हवाई नेविगेशन सुधार।
सियाचिन में पहली महिला अधिकारी
चर्चा में क्यों?
कैप्टन सुप्रीता सी.टी. आर्मी एयर डिफेंस कोर की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं, जिन्हें सियाचिन ग्लेशियर में परिचालनात्मक रूप से तैनात किया गया है।
कैप्टन सुप्रीता सी.टी. के बारे में
- वह कर्नाटक के मैसूरु के चामराजनगर ज़िले की रहने वाली हैं
- उन्हें वर्ष 2020 में अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी के हिस्से के रूप में भारतीय सेना में शामिल किया गया था
- सुप्रीता की सियाचिन में तैनाती भारतीय सेना में महिलाओं के लिये एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिसने सबसे चुनौतीपूर्ण सैन्य पोस्टिंग में से एक में लैंगिक बाधाओं को तोड़ दिया है।
सियाचिन ग्लेशियर
- क्षेत्र: यह लद्दाख में पूर्वी काराकोरम रेंज में है।
- ऊँचाई: समुद्र तल से 17,700 फीट ऊपर।
- लंबाई: 76 किलोमीटर।
- नुब्रा नदी सियाचिन ग्लेशियर से निकलती है।
- सियाचिन ग्लेशियर विश्व का सबसे ऊँचा युद्धक्षेत्र है।
- यह सिंधु नदी प्रणाली के लिये एक महत्त्वपूर्ण स्रोत के रूप में कार्य करता है।
- सियाचिन संघर्ष के कारण इसने अंतर्राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया।
- सियाचिन संघर्ष
- यह संघर्ष वर्ष 1984 में ऑपरेशन मेघदूत के दौरान शुरू हुआ, जो ग्लेशियर पर नियंत्रण स्थापित करने के लिये भारत द्वारा शुरू किया गया एक सैन्य अभियान था।
- इसका मुख्य लक्ष्य ग्लेशियर को संभावित आक्रमण से सुरक्षित करना और रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण स्थान पर नियंत्रण स्थापित करना था
- पाकिस्तान ने ग्लेशियर पर अपना दावा जताने के लिये ऑपरेशन अबाबील शुरू करके भारत की कार्रवाई का जवाब दिया।
- भारतीय सेना कैम्पो, सोनम पोस्ट और इंदिरा कॉल सहित कई उच्च ऊँचाई वाली चौकियों पर अपनी उपस्थिति बनाए रखती है।
सामान्य ज्ञान
गोदावरी नदी
- यह प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी है जो पूर्व की ओर बहती है।
- इसे दक्षिण की गंगा या दक्षिण गंगा भी कहा जाता है।
- स्रोत: महाराष्ट्र में नासिक के पास त्र्यंबकेश्वर
- मुहाना: बंगाल की खाड़ी लंबाई: 1,465 किमी
- प्रमुख शहर: नासिक, नांदेड़, राजमुंदरी
- प्रमुख सहायक नदियाँ: ताप्ती, पूर्णा, मंजीरा, प्राणहिता, वर्द्धा, वेनगंगा, इंद्रावती, सबरी
- यह महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ व और ओडिशा राज्यों के अलावा मध्य प्रदेश, कर्नाटक तथा पुडुचेरी के छोटे हिस्सों तक विस्तृत है।
- कुंभ मेला नासिक में गोदावरी नदी के तट पर आयोजित होता है।
- बेसिन की सीमाएँ
- उत्तर: सतमाला पहाड़ियाँ
- दक्षिण: अजंता रेंज और महादेव पहाड़ियाँ
- पूर्व: पूर्वी घाट
- पश्चिम: पश्चिमी घाट
- परियोजनाएँ
- पोलावरम सिंचाई परियोजना
- कालेश्वरम
- सदरमट्ट एनीकट
- इंचमपल्ली परियोजना
- श्रीराम सागर परियोजना (SRSP)
गोदावरी जल विवाद न्यायाधिकरण
- स्थापना: वर्ष 1969
- अंतिम निर्णय: वर्ष 1979
- अधिनियम लागू: गोदावरी जल विवाद अधिकरण अधिनियम, 2004
- उद्देश्य: महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों के बीच गोदावरी नदी के जल बँटवारे पर विवादों का निपटान करना।
- गोदावरी नदी बेसिन प्रबंधन योजना: सतत् जल प्रबंधन और संघर्ष समाधान हेतु एक रूपरेखा।
निपाह वायरस संक्रमण (NiV)
- यह एक जूनोटिक वायरस है, जो जानवरों से मनुष्यों में संचरित होता है।
- इंसेफेलाइटिस का संक्रमण उत्पन्न करने वाला वायरस पैरामाइक्सोविरिडे परिवार का एक रिबो न्यूक्लिक एसिड वायरस है, जीनस हेनिपावायरस का हेंड्रा वायरस से निकट संबंध है।
- इस बीमारी का नाम मलेशिया के एक गाँव सुंगई निपाह के नाम पर रखा गया है, जहाँ सबसे पहले इसका पता चला था।
- संक्रमण
- यह पहली बार पालतू सूअरों में पाया गया।
- पशु से मानव: संक्रमित सूअरों या दूषित वातावरण के संपर्क में आने से।
- मानव से मानव: श्वसन बूंदों या शारीरिक तरल पदार्थों के संपर्क के माध्यम द्वारा।
- खाद्य जनित: दूषित खजूर के रस का सेवन करना।
- पर्यावरण जलाशय: फल,चमगादड़ प्राकृतिक धारक हैं।
- प्रकोप
- मलेशिया (वर्ष 1998)
- सिंगापुर (वर्ष 1999)
- बांग्लादेश और भारत (वर्ष 2001-वर्तमान)
- फिलीपींस (वर्ष 2014)
- लक्षण: बुखार, सिरदर्द, आलस्य, मानसिक भ्रम, कोमा और संभावित मृत्यु।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
- यह सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित, विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा है।
- उद्घाटन: 31 अक्तूबर, 2018
- ऊँचाई: 182 मीटर (स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी की ऊँचाई से लगभग दोगुनी)
- वास्तुकार: पद्म भूषण से सम्मानित मूर्तिकार राम वी. सुतार
- स्थान: नर्मदा नदी पर साधु बेट द्वीप, जो सतपुड़ा और विंध्य पर्वत शृंखलाओं के बीच बहती है।
- उद्देश्य: स्वतंत्रता के बाद भारत को एकीकृत करने में सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमिका का सम्मान करना।
- यह सरदार सरोवर बाँध का विहंगम दृश्य प्रस्तुत करता है।
- संरचना: त्रि -स्तरीय संरचना
- सबसे भीतरी परत प्रबलित सीमेंट कंक्रीट (RCC) से बनी है, जिसमें 127 मीटर ऊँची दो मीनारें हैं।
- दूसरी परत स्टील की बनी हुई है।
- तीसरी सतह पर 8 मिमी का कांस्य आवरण है।
सरदार वल्लभभाई पटेल
- जन्म: 31 अक्तूबर 1875, नाडियाड, गुजरात
- वे भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे।
- भूमिका
- खेड़ा सत्याग्रह (वर्ष 1918): करों की वृद्धि के विरुद्ध किसानों के सफल आंदोलन का नेतृत्व किया।
- बारडोली सत्याग्रह (वर्ष 1928): भू-राजस्व में वृद्धि के कारण एक प्रमुख अहिंसक आंदोलन का आयोजन किया, जिससे उन्हें "सरदार" (नेता) की उपाधि मिली।
- भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस: उन्होंने वर्ष 1934 और 1937 में चुनावों के लिये पार्टी का आयोजन किया, महात्मा गांधी के साथ मिलकर कार्य किया, विभिन्न सविनय अवज्ञा आंदोलनों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा ब्रिटिश शासन के अंत की दिशा में कार्य किया।
- रियासतों का एकीकरण: उन्होंने 560 से अधिक रियासतों को भारतीय संघ में शामिल होने के लिये सहमत किया।
- संस्थागत सुधार: उन्होंने नवगठित राष्ट्र में एक सुसंगत और कुशल प्रशासन सुनिश्चित करने के लिये IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) की स्थापना की।
- वह भारत में संपत्ति अधिकार और मुक्त उद्यम के प्रारंभिक समर्थकों में से एक थे।
- उन्हें प्रायःभारत का लौह पुरुष और संरक्षक संत कहा जाता है।
- मृत्यु: 15 दिसंबर, 1950