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16 मई, 2023

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 16-May-2023

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7वाँ संयुक्त राष्ट्र वैश्विक सड़क सुरक्षा सप्ताह

  • दिनांक 15 मई से 21 मई तक आयोजित 7वें संयुक्त राष्ट्र वैश्विक सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सरकारों और उनके सहयोगियों से गतिशीलता पर पुनर्विचार कर पैदल चलने, साइकिल चलाने और सार्वजनिक परिवहन जैसे टिकाऊ एवं स्वस्थ साधनों-संसाधन का उपयोग करने में निवेश करने का आह्वान किया जिससे पृथ्वी और पृथ्वीवासियों के लिये इक्विटी और स्वास्थ्य को प्रोत्साहन मिल सके। 
  • हालाँकि, इन उपायों को लागू करने के लिये, सुरक्षित सड़कों एवं परिवहन को सुनिश्चित करना आवश्यक है। 
  • सड़क यातायात से जुड़ी दुर्घटनाएँ विश्व भर में मृत्यु और विकलांगता का सबसे बड़ा कारण बनी हुई हैं, जिससे प्रति वर्ष लगभग 1.3 मिलियन लोग अपनी जान गँवाते हैं और 50 मिलियन घायल होते हैं।
  • सबसे दुखद बात यह है कि विश्व भर में हर चार मौतों में से एक पैदल यात्री और साइकिल चालक है।

मोचा चक्रवात 

  • म्याँमार और बांग्लादेश के तटवर्ती क्षेत्रों में मोचा चक्रवात आने के कारण एक गंभीर स्थिति बनी हुई है।
  • भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि चक्रवात लैंडफॉल पर 210 किलोमीटर (130 मील) प्रति घंटे की गति से तूफान आने की संभावना है, जो श्रेणी 4 तूफान के बराबर है।
  • संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी, विश्व मौसम विज्ञान संगठन द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार मोचा चक्रवात के परिणामस्वरूप दोनों देशों के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन जैसी भयावह स्थिति हो सकती है।
  • तूफान की तैयारी के लिये, बांग्लादेश और म्याँमार दोनों ने पहले ही रोहिंग्या शरणार्थियों सहित हज़ारों लोगों को निकाल कर उन्हें 4,000 से अधिक सुरक्षा शिविरों में आश्रय प्रदान किया है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD)

  • वर्ष 1875 में भारत मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना हुई थी। यह देश की राष्ट्रीय मौसम विज्ञान सेवा है जो मौसम विज्ञान एवं संबद्ध विषयों से संबंधित सभी मामलों में प्रमुख सरकारी एजेंसी है।
  • कृषि, सिंचाई, नौवहन, विमानन, अपतटीय तेल अन्वेषण आदि जैसी मौसम-संवेदनशील गतिविधियों के इष्टतम संचालन के लिये मौसम संबंधी अवलोकन करना और वर्तमान एवं पूर्वानुमानित मौसम संबंधी जानकारी प्रदान करना इस विभाग की विशेषताएँ हैं।
  • इसका प्रमुख कार्य जान-माल को भारी क्षति पहुँचाने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवात, नॉरवेस्टर, धूल भरी आंधी, भारी बारिश एवं हिमपात, ठंड एवं हिट वेव जैसी घटनाओं की चेतावनी जारी करना है।
  • यह कृषि, जल-संसाधन प्रबंधन, उद्योगों, खनिज-तेल अन्वेषण एवं अन्य राष्ट्र निर्माण गतिविधियों के लिये आवश्यक मौसम संबंधी आँकड़े प्रदान करता है।
  • इसके उद्देश्य मौसम विज्ञान और इससे संबद्ध विषयों में अनुसंधान का संचालन एवं इसे प्रोत्साहन प्रदान करना हैं।

अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस-2023

  •  प्रत्येक वर्ष 15 मई को समाज में परिवारों की महत्त्वपूर्ण भूमिका को बढ़ावा देने के लिये अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है।  
  • यह दुनिया भर में परिवारों को प्रभावित करने वाले विभिन्न सामाजिक, आर्थिक एवं जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के अवसर के रूप में कार्य करता है। 
  • परिवार समाज की नींव है और यह दिन व्यक्तियों, संगठनों तथा सरकारों को परिवारों के योगदान को पहचानकर इसे एक उत्सव के तौर पर मनाने का अवसर प्रदान करता है। 
  • सर्वप्रथम 15 मई, 1993 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस की घोषणा की थी। 
  • इस दिन का उद्देश्य समाज की बुनियादी इकाइयों के रूप में परिवारों के महत्त्व को उजागर कर परिवार-उन्मुख नीतियों और कार्यक्रमों को बढ़ावा देना है।
  • इस दिन, परिवारों के योगदान का उत्सव मनाने के लिये विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया जाता है। मज़बूत, स्वस्थ और सहयोगी परिवारों के महत्त्व के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिये इन गतिविधियों में सेमिनार, कार्यशालाएँ और परिवार-उन्मुख कार्यक्रम शामिल हैं।
  • इस दिन का विषय प्रति वर्ष अलग होता है जो पारिवारिक जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है। वर्ष 2023 में, अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस का विषय ‘जनसांख्यिकी रुझान और परिवार’ (Demographic Trends and Families)’ है। पिछले वर्ष इसका विषय ‘परिवार और शहरीकरण (Families and Urbanisation)’ था।

विधायी प्रारूपण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम

  • नई दिल्ली में, गृह मंत्री अमित शाह लोकतंत्र के लिये संसदीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के सहयोग से संवैधानिक और संसदीय अध्ययन संस्थान द्वारा प्रस्तावित विधायी प्रारूपण प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे।
  • कार्यक्रम का उद्देश्य संसद, राज्य विधानसभाओं, विभिन्न मंत्रालयों, वैधानिक निकायों और अन्य सरकारी विभागों के अधिकारियों को विधायी प्रारूपण के सिद्धांतों एवं प्रथाओं की समझ प्रदान करना है।
  • विधायी प्रारूपण के कौशल का समाज एवं राज्य के कल्याण के लिये लागू की जाने वाली नीतियों और विनियमों की व्याख्या पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
  • विधायी प्रारूपकार कानून बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जो लोकतांत्रिक शासन को बढ़ावा देता है और कानून के शासन को प्रभावी बनाता है। 
  • इसलिये, इस कार्यक्रम से विधायी प्रारूपण के लिये उत्तरदायी अधिकारियों के कौशल में वृद्धि होने की उम्मीद है, जिससे अंततः बेहतर गुणवत्ता वाले कानून का निर्माण होगा।
  • इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागी विधायी प्रारूपण अवधारणाओं जैसे स्पष्टता, सरलता और सटीकता के साथ-साथ प्रभावी कानूनों का प्रारूप तैयार करना सीखेंगे। यह प्रतिभागियों को विचारों का आदान-प्रदान करने और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का अवसर भी प्रदान करेगा।

DPSU के लिये चौथी सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची

  • रक्षा मंत्रालय ने 928 रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण लाइन रिप्लेसमेंट यूनिट्स (LRUs), उप-प्रणालियों, पुर्जों और घटकों की चौथी सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची (PIL) को मंजूरी दे दी है, जिसमें उच्च अंत सामग्री एवं पुर्जों सहित ₹715 करोड़ का आयात प्रतिस्थापन मूल्य शामिल है।
  • यह कदम रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (DPSU) द्वारा आयात को कम करने के रक्षा मंत्रालय के प्रयासों का हिस्सा है।

रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम

  • भारत सरकार, देश के हर हिस्से की रक्षा सुनिश्चित करने के लिये ज़िम्मेदार है। सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमान राष्ट्रपति के पास होती है। राष्ट्रीय रक्षा की ज़िम्मेदारी कैबिनेट के पास होती है।
  • यह रक्षा मंत्रालय के माध्यम से किया जाता है, जो देश की रक्षा के संदर्भ में अपनी ज़िम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिये सशस्त्र बलों को नीतिगत ढाँचा और साधन प्रदान करता है।
  • रक्षा मंत्री, रक्षा मंत्रालय का प्रमुख होता है। रक्षा मंत्रालय का मुख्य कार्य सभी रक्षा और सुरक्षा संबंधी मामलों पर सरकार के नीति निर्देश प्राप्त करना एवं सेवा मुख्यालयों, अंतर-सेवा संगठनों, उत्पादन प्रतिष्ठानों व  अनुसंधान एवं  विकास संगठनों को कार्यान्वयन के लिये सूचित करना है।
  • सरकार के नीति निर्देशों के प्रभावी कार्यान्वयन और आवंटित संसाधनों के अंतर्गत अनुमोदित कार्यक्रमों के निष्पादन को सुनिश्चित करना भी आवश्यक है।
  • रक्षा मंत्रालय में पाँच विभाग शामिल हैं। रक्षा विभाग (DOD), रक्षा उत्पादन विभाग (DDP), सैन्य कार्य विभाग (DMA), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DDR&D) और भूतपूर्व सैनिक कल्याण विभाग व  वित्त विभाग ।

उपराष्ट्रपति ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय नाथूराम मिर्धा की प्रतिमा का अनावरण किया

  • उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राजस्थान के नागौर में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय नाथूराम मिर्धा की प्रतिमा का अनावरण किया।
  • नथुराम मिर्धा की प्रतिमा का अनावरण उनके बहुमूल्य योगदान के लिये श्रद्धांजलि अर्पित करने के रूप में किया गया है। इस कार्यक्रम में कई राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ कुछ आम नागरिकों ने भी भाग लिया।
  • उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में नाथूराम मिर्धा जैसे नेताओं के योगदान को मान्यता देने की आवश्यकता पर बल दिया, जिन्होंने समाज के कल्याण के लिये अथक प्रयास किया है।
  • इस आयोजन से भविष्य की पीढ़ियों को नाथूराम मिर्धा जैसे नेताओं के पगचिह्नों पर चलने और देश के विकास एवं प्रगति की दिशा में काम करने की प्रेरणा मिलेगी।

नाथूराम मिर्धा

  • नाथूराम मिर्धा एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने संसद सदस्य और भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य किया।
  • उन्हें राजस्थान राज्य के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान और क्षेत्र में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के उनके प्रयासों के लिये जाना जाता है।

MoPSW ने 66 मंत्रालयों में दूसरा स्थान प्राप्त किया

  • पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय(Ministry Of Ports, Shipping And Waterways- MoPSW) को वर्ष 2022-2023 की तीसरी तिमाही के लिये अत्यंत कारगर डाटा गवर्नेंस क्वालिटी इंडेक्स (Data Governance Quality Index- DGQI) के आधार पर किये जाने वाले सर्वेक्षण में 66 मंत्रालयों में से दूसरा स्थान पर रखा गया है।
  • मंत्रालय ने 5 में से 4.7 अंक प्राप्त किये, जो डेटा गवर्नेंस में उच्च मानकों को प्राप्त करने के प्रति उसके दृढ़ समर्पण को दर्शाता है।

पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW)

  • समुद्री परिवहन किसी देश के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिये एक महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढाँचा है। यह विकास की गति, संरचना और स्वरूप को प्रभावित करता है।
  • पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के तहत जहाज़ निर्माण व जहाज़-मरम्मत, प्रमुख पत्तन, राष्ट्रीय जलमार्ग व अंतर्देशीय जल परिवहन शामिल हैं।
  • पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय को इन विषयों पर नीतियाँ और कार्यक्रम बनाने तथा उनके कार्यान्वयन की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
  • समुद्री परिवहन क्षेत्र के सामने आने वाले विविध मुद्दों को हल करने के लिये व्यापक नीतियों  की आवश्यकता  है।

प्रोफेसर जयंत विष्णु नार्लीकर को गोविंद स्वरूप लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला

  • प्रोफेसर जयंत विष्णु नार्लीकर ASI के पूर्व गोविंद स्वरूप लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के सर्वाधिक सुयोग्य प्राप्तकर्त्ता हैं, जो एक प्रतिष्ठित खगोलविद (Astronomers) और ASI के पूर्व अध्यक्ष है जिन्होंने पुणे में IUCAA  की स्थापना की थी।
  • वर्ष 2022 में एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा अपनी 50 वीं वर्षगांठ समारोह के दौरान प्रतिष्ठित भारतीय खगोलविदों को उनके कार्यकाल (करियर) के दौरान भारत में खगोल विज्ञान और खगोल भौतिकी के क्षेत्र में किये गए योगदान के लिये गोविंद स्वरूप लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड की स्थापना की गई थी।
  • प्रोफेसर स्वरूप को व्यापक रूप से भारतीय रेडियो खगोल विज्ञान का संस्थापक माना जाता है, जो ऊटी रेडियो टेलीस्कोप और जायंट मीटरवेव रेडियो टेलीस्कोप के निर्माण में अपने अभिनव एवं लागत प्रभावी विचारों के साथ-साथ स्क्वायर किलोमीटर ऐरे हेतु उनके योगदान के लिये जाने जाते है। 
  • प्रोफेसर स्वरूप पुणे में नेशनल सेंटर फॉर रेडियो एस्ट्रोफिज़िक्स के संस्थापक निदेशक रहे है और उन्होंने विज्ञान शिक्षा संस्थानों के प्रस्ताव को सह-विकसित किया, जो भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थानों में मूर्त रूप ले चुका है।
  • अवार्ड में एक प्रशस्ति पत्र, एक पट्टिका और एक नकद पुरस्कार शामिल है, जिसे प्रोफेसर स्वरूप के परिवार द्वारा उदारतापूर्वक प्रदान किया गया।

DGP प्रवीण सूद को CBI का अगला निदेशक नियुक्त किया गया

  • कर्नाटक के मौजूदा पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रवीण सूद को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) का अगला निदेशक नियुक्त किया गया है। 
  •  59 वर्षीय प्रवीण सूद, 25 मई को अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद निवर्तमान CBI प्रमुख सुबोध कुमार जायसवाल का स्थान लेंगे और पदभार ग्रहण करने की तिथि से दो वर्ष तक इस पद पर रहेंगे।