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16 जुलाई, 2024

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 16-Jul-2024

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SYNCHN 2024

चर्चा में क्यों??

  • जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान और नवाचार परिषद (Biotechnology Research and Innovation Council- BRIC) के अंतर्गत ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (Translational Health Science and Technology Institute- THSTI) ने SYNCHN 2024 की मेज़बानी की।
  • SYNCHN: NCR बायोटेक क्लस्टर में उच्च गुणवत्ता वाले डेटा और विशेषज्ञता के लिये सहयोग के तत्त्वों के माध्यम से निर्मित विज्ञान में तालमेल।
  • इस कार्यक्रम का उद्देश्य NCR बायोटेक क्लस्टर में अकादमिक-उद्योग सहयोग को मज़बूत करना था तथा जैव-विनिर्माण और जैव-नवाचार को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना था।

जैव प्रौद्योगिकी अनुसंधान और नवाचार परिषद (Biotechnology Research and Innovation Council- BRIC)

  • परिचय: यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) के तहत एक शीर्ष स्वायत्त सोसायटी है।
  • मिशन: इसका गठन 14 स्वायत्त संस्थानों (AI) को अपने अधीन करके किया गया था। यह देश भर में केंद्रीकृत और एकीकृत जैव प्रौद्योगिकी शासन प्रदान करने के लिये किया गया है।
  • उद्देश्य:
    • संस्थागत सीमाओं के पार बहु-विषयक अनुसंधान कार्यक्रमों की स्थापना करके जैव प्रौद्योगिकी में अत्याधुनिक प्रयासों को आगे बढ़ाना।
    • वर्तमान उपलब्धियों को समेकित करना, केवल संख्यात्मक मापदंडों के विस्तार से आगे बढ़ना, अनुसंधान प्रयासों के पैमाने और दायरे का विस्तार करना, जटिल, चुनौतीपूर्ण प्रश्नों को उठाना तथा ज्ञान की सीमाओं एवं पदचिह्नों का विस्तार करते हुए किफायती, प्रासंगिक समाधान ढूँढना।
    • अंतःविषय शिक्षा और अनुसंधान कार्यक्रम बनाने के लिये क्षेत्रीय जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (Regional Centre of Biotechnology- RCB, फरीदाबाद) के साथ साझेदारी में विसर्जन-आधारित Ph.D कार्यक्रम शुरू करें जो विश्व में सर्वश्रेष्ठ के साथ प्रतिस्पर्द्धा करें तथा जैव प्रौद्योगिकी एवं शैक्षणिक, नैदानिक ​​व औद्योगिक महत्त्व के समकालीन क्षेत्रों में नवाचार को गति दें।
    • वैश्विक बहु-संगठनात्मक अंतःक्रियाओं को उत्प्रेरित करने के लिये अंतर्राष्ट्रीय आनुवंशिक इंजीनियरिंग एवं जैव प्रौद्योगिकी केंद्र (International Centre for Genetic Engineering and Biotechnology- ICGEB, नई दिल्ली) के माध्यम से वैश्विक नेटवर्किंग।

ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (Translational Health Science and Technology Institute- THSTI)

  • गठन: वर्ष 2009
  • स्थान: गुड़गाँव, हरियाणा
  • परिचय:
    • यह भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Biotechnology- DBT) के तहत एक स्वायत्त संस्थान है
    • यह फरीदाबाद में अंतःविषय जैव प्रौद्योगिकी विज्ञान क्लस्टर का एक हिस्सा है और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली द्वारा अनुसंधान एवं विकास संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त है।
    • यह संस्थान चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी, संक्रामक रोग, बाल स्वास्थ्य और नीति अनुसंधान सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपने अत्याधुनिक अनुसंधान के लिये जाना जाता है
    • यह संस्थान भारत में कोविड-19 अनुसंधान में अग्रणी रहा है।

विश्व धरोहर युवा पेशेवर फोरम (World Heritage Young Professionals Forum- WHYPF) 2024

चर्चा में क्यों?

  • भारत ने विश्व धरोहर युवा पेशेवर फोरम 2024 का उद्घाटन किया
  • भारत पहली बार संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) विश्व धरोहर समिति की बैठक की भी मेज़बानी कर रहा है।

परिचय:

  • WHYPF विश्व विरासत शिक्षा कार्यक्रम का हिस्सा है। यह अंतर-सांस्कृतिक शिक्षा और आदान-प्रदान के लिये एक गतिशील मंच के रूप में कार्य करता है।
  • विश्व विरासत युवा पेशेवर मंच की बैठक पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुरातत्त्व संस्थान द्वारा आयोजित की जा रही है जो भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण का एक हिस्सा है।
  • विश्व धरोहर युवा पेशेवर फोरम का विषय है - 21वीं सदी में ‘विश्व धरोहर : युवाओं का  क्षमता निर्माण और अवसरों की खोज’

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organisation- UNESCO)

  • स्थापना: 16 नवंबर, 1945
  • मुख्यालय: पेरिस, फ्राँस
  • महानिदेशक: ऑड्रे अज़ोले
  • के बारे में: यह संयुक्त राष्ट्र (UN) की एक विशेष एजेंसी है और शिक्षा, विज्ञान तथा संस्कृति में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से शांति का निर्माण करना चाहती है।
  • उद्देश्य:
    • सभी के लिये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और आजीवन शिक्षा प्राप्त करना।
    • सतत् विकास के लिये विज्ञान ज्ञान और नीति को संगठित करना।
    • उभरती सामाजिक और नैतिक चुनौतियों का समाधान करना।
    • सांस्कृतिक विविधता, अंतर-सांस्कृतिक संवाद और शांति की संस्कृति को बढ़ावा देना।
    • सूचना और संचार के माध्यम से समावेशी ज्ञान समाजों का निर्माण करना।
    • वैश्विक प्राथमिकता वाले क्षेत्रों- "अफ्रीका" और "लैंगिक समानता" पर ध्यान केंद्रित करता है।

भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण

  • इसकी स्थापना वर्ष 1861 में अलेक्जेंडर कनिंघम ने की थी
  • अलेक्जेंडर कनिंघम भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण के पहले महानिदेशक थे और उन्हें भारतीय पुरातत्त्व के जनक के रूप में जाना जाता है।
  • यह संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आता है और देश की सांस्कृतिक विरासत के पुरातात्त्विक  अनुसंधान और संरक्षण के लिये प्रमुख संगठन है
    यह राष्ट्रीय महत्त्व के 3650 से अधिक प्राचीन स्मारकों, पुरातात्त्विक स्थलों और अवशेषों का प्रबंधन करता है
  • इसकी गतिविधियों में पुरातात्त्विक अवशेषों का सर्वेक्षण करना, पुरातात्त्विक स्थलों की खोज और उत्खनन, संरक्षित स्मारकों का संरक्षण एवं रखरखाव आदि शामिल हैं।

सौश्रुतम 2024

चर्चा में क्यों??

  • अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) ने द्वितीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सौश्रुतम शल्य संगोष्ठी 2024 का आयोजन किया।
  • इस कार्यक्रम में शल्य चिकित्सा के जनक कहे जाने वाले सुश्रुत को श्रद्धांजलि दी गई।

सुश्रुत

  • ऐसा माना जाता है कि उनका जन्म 7वीं शताब्दी ईसा पूर्व में पूर्वी भारत में हुआ था और उन्हें ऋषि विश्वामित्र का पुत्र माना जाता है।
  • वह एक प्राचीन भारतीय शल्यचिकित्सक थे और ‘सुश्रुत संहिता’ के लेखक हैं।
  • शल्य चिकित्सा में योगदान
    • उन्होंने सफल शल्य चिकित्सा के लिये शराब और हेनबेन जैसे नशीले पदार्थों का उपयोग करके एनेस्थीसिया दिया।
    • उन्होंने राइनोप्लास्टी (प्लास्टिक सर्जरी) और नेत्र विज्ञान (मोतियाबिंद निष्कासन) में विशेषज्ञता हासिल की।

नोट: भारत वह पहला स्थान था जहाँ राइनोप्लास्टी (सुश्रुत द्वारा विकसित) का आविष्कार और उपयोग किया गया था तथा आधुनिक विज्ञान भी इससे सहमत है।

  • उन्होंने आठ शीर्षकों के अंतर्गत शल्य चिकित्सा का वर्णन किया है
    • चेड्या (excision)
    • लेख्य (scarification
    • वेध्या (puncturing
    • एस्या (exploration)
    • अहिर्या (extraction)
    • वस्रया (evacuation)
    • सिव्या (suturing)
  • शरीर रचना विज्ञान (Anatomy) में योगदान
    • वह मानव शरीर रचना विज्ञान की जाँच करने वाले पहले लोगों में से एक थे।
    • शरीर रचना विज्ञान का अध्ययन सुश्रुत संहिता के शरीरस्थान के दस अध्यायों में शामिल है।
  • अन्य योगदान
    • सामान्य शल्य चिकित्सा से जुड़े आघात के अलावा, उन्होंने 12 विभिन्न प्रकार के फ्रैक्चर और छह विभिन्न प्रकार के डिस्लोकेशन के उपचार के बारे में विस्तार से बताया।
    • उन्होंने ट्रैक्शन, मैनीपुलेशन, अपोज़िशन, स्थिरीकरण और पोस्टऑपरेटिव फिजियोथेरेपी के सिद्धांतों पर चर्चा की।
    • उन्होंने बालों के विकास को प्रोत्साहित करने और अनचाहे बालों को हटाने के तरीकों की भी चर्चा की।

अंतर्राष्ट्रीय रेत मूर्तिकला चैंपियनशिप

चर्चा में क्यों?

  • सुदर्शन पटनायक ने रूस में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रेत मूर्तिकला चैंपियनशिप में गोल्डन सैंड मास्टर अवार्ड जीता।

परिचय 

  • यह चैंपियनशिप 2024 में 4-12 जुलाई के बीच आयोजित की जाएगी।
  • चैंपियनशिप का विषय इतिहास, पौराणिक कथाएँ और परीकथाएँ हैं। इस चैंपियनशिप में विश्व भर से कुल 21 मास्टर सैंड स्कल्पचर ने भाग लिया, जिसमें पटनायक भारत से एकमात्र प्रतिभागी थे।
  • यह कार्यक्रम प्रतिष्ठित पीटर और पॉल किले में आयोजित किया गया था।
  • उन्होंने महाप्रभु जगन्नाथ और उनके महान भक्त बलराम दास की रेत की मूर्ति बनाई।

सुदर्शन पटनायक

  • परिचय: वह पुरी, ओडिशा के एक भारतीय रेत कलाकार हैं।
  • उपलब्धियाँ और पुरस्कार
    • रेत कला में उनके योगदान के लिये उन्हें वर्ष 2014 में भारत सरकार द्वारा भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
    • अटलांटिक सिटी, अमेरिका में सैंड स्कल्पटिंग वर्ल्ड कप 2014 में पीपल्स च्वाइस अवार्ड।
    • इटली के लेसे में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय स्कोरानो सैंड नेटिविटी कार्यक्रम में इटालियन सैंड आर्ट अवार्ड, 2019 जीतने वाले पहले भारतीय।

फ्लीट पुरस्कार समारोह 2024

चर्चा में क्यों?

  • विशाखापत्तनम में आयोजित वार्षिक फ्लीट अवार्ड्स फंक्शन 2024 में INS दिल्ली को पूर्वी बेड़े का सर्वश्रेष्ठ जहाज़ चुना गया है।
  • यह आयोजन पिछले वर्ष के दौरान पूर्वी बेड़े (फ्लीट) की परिचालन उपलब्धियों को मान्यता प्रदान करता है तथा उनका जश्न मनाता है।

भारतीय नौसेना जहाज़ (INS) दिल्ली

  • परिचय
  • इसका निर्माण मुंबई के मझगांव डॉक लिमिटेड में किया गया तथा 15 नवंबर, 1997 को इसे चालू किया गया।
  • यह भारत का पहला स्वदेश निर्मित निर्देशित मिसाइल विध्वंसक है।
  • यह भारतीय नौसेना के निर्देशित मिसाइल विध्वंसक वर्ग का अग्रणी जहाज़ है।