13 अगस्त, 2024
करेंट अफेयर्स
13-Aug-2024
करेंट अफेयर्स
मित्र शक्ति 2024
चर्चा में क्यों?
भारत-श्रीलंका संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र शक्ति का 10वाँ संस्करण श्रीलंका के मदुरू ओया में शुरू हुआ
अभ्यास के बारे में:
- भारतीय दल का प्रतिनिधित्व राजपूताना राइफल्स की एक बटालियन के साथ-साथ अन्य सेनाओं और सेवाओं के कार्मिक कर रहे हैं
- श्रीलंकाई दल का प्रतिनिधित्व श्रीलंकाई सेना की गजबा रेजिमेंट के कर्मियों द्वारा किया जा रहा है
- पिछला संस्करण नवंबर 2023 में पुणे में आयोजित किया गया था।
- उद्देश्य: उप-परंपरागत परिदृश्य में उग्रवाद विरोधी अभियान चलाने के लिये दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना।
श्रीलंका के बारे में:
- स्वतंत्रता: 1948 में ब्रिटिश शासन से
- राजधानी: कोलंबो, श्री जयवर्द्धनेपुरा कोट्टे
- मुद्रा: श्रीलंकाई रुपया
- भाषा: सिंहली, तमिल
- राष्ट्रपति: रानिल विक्रमसिंघे
- प्रधानमंत्री: दिनेश गुणवर्द्धने
- समुद्री सीमा: पाक जलडमरूमध्य
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CITIZENSHIP AMENDMENT ACT- CAA), 2019
चर्चा में क्यों?
अफगानिस्तान के 20 सिखों को, जो अफगान सिखों के पहले समूह का हिस्सा हैं, नई दिल्ली में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CITIZENSHIP AMENDMENT ACT- CAA), 2019 के तहत नागरिकता प्रदान की गई है।
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के बारे में:
- अधिनियम 2019 का उद्देश्य नागरिकता अधिनियम, 1955 में संशोधन करना है।
- यह विधेयक पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से 31 दिसंबर, 2014 को अथवा उससे पहले भारत में प्रवेश करने वाले छह गैर-मुस्लिम समुदायों (हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी तथा ईसाई) को धर्म के आधार पर नागरिकता प्रदान करता है।
- यह विधेयक छह समुदायों के सदस्यों को विदेशी अधिनियम, 1946 और पासपोर्ट अधिनियम, 1920 के तहत किसी भी आपराधिक मामले से छूट देता है।
नोट:
|
फोर्ट सेंट जॉर्ज संग्रहालय में राष्ट्रीय खजाना
चर्चा में क्यों?
चेन्नई के फोर्ट सेंट जॉर्ज संग्रहालय में 12 फीट लंबा और 8 फीट चौड़ा राष्ट्रीय खजाना, 15 अगस्त 1947 को फोर्ट सेंट जॉर्ज में फहराए गए पहले झंडों में से एक है। यह भारत का एकमात्र झंडा है जो वर्ष 1947 में फहराया गया था। संग्रहालय में भारतीय स्वतंत्रता गैलरी भी भारतीय ध्वज के विकास और तिरंगे के पीछे की कहानियों को प्रदर्शित करती है।
फोर्ट सेंट जॉर्ज संग्रहालय का परिचय
- इसे आधिकारिक तौर पर 31 जनवरी, 1948 को जनता के लिये खोला गया था।
- संग्रहालय के प्रवेश द्वार पर एक चित्र 1640 से फोर्ट सेंट जॉर्ज के विकास और निर्माण को दर्शाता है।
- राज के अवशेषों को संरक्षित करने के लिये किले के भीतर संग्रहालय स्थापित करने की अवधारणा वर्ष 1946 में पुराने मद्रास गार्ड के कर्नल डी.एम. रीड द्वारा प्रस्तावित की गई थी।
- संग्रहालय में अब औपनिवेशिक काल की 3,500 से अधिक कलाकृतियाँ हैं और ये वस्तुएँ नौ दीर्घाओं में प्रदर्शित हैं।
भारतीय राष्ट्रीय ध्वज
- इतिहास
- संभवतः भारत का पहला राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्त, 1906 को कोलकाता के पारसी बागान स्क्वायर (ग्रीन पार्क) में फहराया गया था।
- दूसरा भारतीय ध्वज वर्ष 1907 में पेरिस में मैडम भीकाजी कामा द्वारा फहराया गया था।
- वर्ष 1917 में डॉ. एनी बेसेंट और लोकमान्य तिलक ने होम रूल आंदोलन के तहत एक नया ध्वज अपनाया।
- इसमें पाँच बारी-बारी से लाल और चार हरे रंग की क्षैतिज पट्टियाँ थीं और सप्तऋषि विन्यास में सात तारे थे।
- एक शीर्ष के कोने पर सफेद अर्धचंद्र और तारा था तथा दूसरे पर यूनियन जैक था।
- वर्ष 1921 में अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस समिति के बेज़ वाड़ा अधिवेशन में पिंगली वेंकैया ने लाल और हरे रंग से एक ध्वज डिज़ाइन किया, जो हिंदुओं एवं मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करता था।
- गांधीजी ने भारत के शेष समुदायों के लिये एक सफेद पट्टी और देश के विकास के प्रतीक के रूप में एक चलता हुआ चरखा जोड़ने का सुझाव दिया।
- वर्ष 1931 में एक प्रस्ताव पारित कर तिरंगे झंडे को हमारे राष्ट्रीय ध्वज के रूप में स्वीकार किया गया।
- इस ध्वज में तीन पट्टियाँ थीं- केसरिया, सफेद और हरी, जिसके बीच में महात्मा गांधी का चलता हुआ चरखा बना हुआ था।
- वर्ष 1947 में संविधान सभा ने तीन ध्वजों और बीच में अशोक चक्र वाले भारतीय ध्वज को अपनाया।
- परिणामस्वरूप, कॉन्ग्रेस पार्टी का तिरंगा झंडा अंततः स्वतंत्र भारत का तिरंगा झंडा बन गया।
- राष्ट्रीय ध्वज का विवरण
- सबसे ऊपर केसरिया रंग शक्ति साहस का प्रतीक है, बीच में सफेद रंग शांति और सच्चाई का प्रतीक है तथा नीचे हरा रंग उर्वरता, विकास एवं भूमि की शुभता का प्रतीक है।
- 24 तीलियों वाले अशोक चक्र ने ध्वज पर प्रतीक के रूप में चरखे की जगह ले ली। इसका उद्देश्य यह दिखाना है कि गति में जीवन है और ठहराव में मृत्यु है।
- राष्ट्रीय ध्वज आयताकार होना चाहिये जिसकी लंबाई और चौड़ाई का अनुपात 3:2 होना चाहिये।
- संवैधानिक एवं कानूनी पहलू
- अनुच्छेद 51A (a) के अनुसार, संविधान के भाग IV-A (जिसमें केवल एक अनुच्छेद 51-A शामिल है) में ग्यारह मौलिक कर्त्तव्यों का उल्लेख है।
- भारत के प्रत्येक नागरिक का यह कर्त्तव्य होगा कि वह संविधान का पालन करे और उसके आदर्शों तथा संस्थाओं, राष्ट्रीय ध्वज एवं राष्ट्रगान का सम्मान करे।
- राष्ट्रीय सम्मान अपमान निवारण अधिनियम, 1971 के तहत निम्नलिखित अपराधों के लिये दोषी ठहराए गए व्यक्ति को संसद और राज्य विधानमंडल के चुनावों में 6 वर्ष के लिये चुनाव लड़ने के लिये अयोग्य घोषित किया जाता है।
- राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का अपराध,
- भारत के संविधान का अपमान करने का अपराध,
- राष्ट्रीय गान गाने से रोकने का अपराध।
पृथ्वी का टर्मिनेटर
चर्चा में क्यों?
NASA ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से ली गई पृथ्वी के टर्मिनेटर की तस्वीर साझा की है। पृथ्वी से लगभग 267 मील ऊपर से ली गई यह तस्वीर दिन और रात को अलग करने वाली पतली रेखा को दिखाती है।
ISS का परिचय
- यह 20 नवंबर, 1998 को प्रक्षेपित किया गया अंतरिक्ष में सबसे बड़ा मानव निर्मित पिंड है और अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्रियों के लिये आवास के रूप में कार्य करता है।
- ISS एक संयुक्त परियोजना है जिसमें पाँच प्रतिभागी अंतरिक्ष एजेंसियाँ शामिल हैं: नासा (संयुक्त राज्य अमेरिका), रोस्कोस्मोस (रूस), JAXA (जापान), ESA (यूरोप), और CSA (कनाडा)।
- कक्षा (Orbit): अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पृथ्वी से लगभग 400 किलोमीटर ऊपर कक्षा में है।
- गति (Speed): यह पृथ्वी के चारों ओर लगभग 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा करता है। इसका अर्थ है कि यह लगभग हर 90 मिनट में पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
- उद्देश्य: अंतरिक्ष और सूक्ष्मगुरुत्व के बारे में ज्ञान का विस्तार करना तथा नए वैज्ञानिक अनुसंधान को बढ़ावा देना। यह अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का एक उदाहरण भी है।
नोट:
|
विश्व अंग दान दिवस 2024
- यह दिवस प्रतिवर्ष 13 अगस्त को मनाया जाता है
- यह दिवस अंग दान के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है और लोगों को अंग दाता के रूप में पंजीकरण कराने के लिये प्रोत्साहित करता है।
- वर्ष 2024 में इस दिवस का विषय है “आज किसी की मुस्कान का कारण बनें!”
सामान्य ज्ञान
पारिस्थितिकी संवेदनशील क्षेत्र (ECO SENSITIVE ZONES- ESZ)
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (Ministry of Environment, Forest and Climate Change- MoEFCC) की राष्ट्रीय वन्यजीव कार्य योजना (2002-2016) में यह प्रावधान किया गया था कि राज्य सरकारों को राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों की सीमाओं के 10 किलोमीटर के भीतर आने वाली भूमि को पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 के तहत पारिस्थितिक रूप से नाज़ुक क्षेत्र अथवा पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (ECO SENSITIVE ZONES- ESZ) घोषित करना चाहिये।
- 10 किलोमीटर से आगे के क्षेत्रों को भी केंद्र सरकार द्वारा पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (ESZ) के रूप में अधिसूचित किया जा सकता है, यदि उनमें बड़े पारिस्थितिक रूप से महत्त्वपूर्ण "संवेदनशील गलियारे" हों।
- ESZ के आस-पास की गतिविधियाँ:
- निषिद्ध गतिविधियाँ: वाणिज्यिक खनन, आरा मिलें, प्रदूषण फैलाने वाले उद्योग (वायु, जल, मृदा, ध्वनि आदि) प्रमुख जलविद्युत परियोजनाओं (Hydro Electric Projects) की स्थापना, लकड़ी का व्यावसायिक उपयोग।
- विनियमित गतिविधियाँ: वृक्षों की कटाई, होटल और रिसॉर्ट की स्थापना, प्राकृतिक जल का व्यावसायिक उपयोग, विद्युत केबल बिछाना, कृषि प्रणाली में व्यापक परिवर्तन जैसे- भारी प्रौद्योगिकी, कीटनाशकों आदि को अपनाना, सड़कों को चौड़ा करना।
- अनुमत गतिविधियाँ: चालू कृषि या बागवानी कार्य, वर्षा जल संचयन, जैविक कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग, सभी गतिविधियों के लिये हरित प्रौद्योगिकी को अपनाना।
- ESZ का महत्त्व:
- विकास गतिविधियों के प्रभाव को न्यूनतम करना।
- स्व-स्थाने संरक्षण।
- वनों की कमी और मानव-पशु संघर्ष को न्यूनतम करना।
- संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव को न्यूनतम करना।
नोट:
|
आज समाचारों में प्रमुख हस्तियाँ
नाम | पद का नाम | छवि |
डी.के. शिवकुमार | कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री | |
अश्वनी कुमार | पूर्व केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री | |
नारा चंद्रबाबू नायडू | आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री | |
टॉम डेली | पूर्व ब्रिटिश गोताखोर | |
नायब सिंह सैनी | हरियाणा के मुख्यमंत्री | |
नोंगथोम्बम बीरेन सिंह | मणिपुर के मुख्यमंत्री | |
ममता बनर्जी | पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री |