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09 अगस्त, 2024

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 09-Aug-2024

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पेरिस ओलंपिक 2024

चर्चा में क्यों?

जेवलिन थ्रो:

नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक में पुरुषों की जेवलिन थ्रो स्पर्द्धा में 89.45 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता। 

अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के ओलंपिक रिकॉर्ड थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतकर पाकिस्तान के लिये इतिहास रच दिया और व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण जीतने वाले पहले पाकिस्तानी बन गए।

नीरज चोपड़ा के बारे में:

  • वह एक भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं जो जेवलिन थ्रो में माहिर हैं। 
  • वह हरियाणा के खंडरा से हैं।
  • पुरस्कार:
    • अर्जुन पुरस्कार - वर्ष 2018 
    • विशिष्ट सेवा पदक (VSM) वर्ष 2020 
    • मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार - वर्ष 2021 
    • परम विशिष्ट सेवा पदक (PVSM) - वर्ष 2022 
    • पद्म श्री (चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान) - वर्ष 2022
  • उपलब्धियाँ:
    • टोक्यो वर्ष 2020 ओलंपिक: 87.58 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक।
    • वर्ष 2022 विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप: रजत पदक, विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट बने।
    • एशियाई खेल वर्ष 2018: 88.06 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक।
    • राष्ट्रमंडल खेल वर्ष 2018: स्वर्ण पदक।

 

जेवलिन थ्रो:

  • यह एक ट्रैक और फील्ड इवेंट है, जिसमें एक एथलीट भाले जैसी वस्तु जिसे जेवलिन कहा जाता है, को यथासंभव दूर तक फेंकता है। 
  • यह सबसे पुराने एथलेटिक खेलों में से एक है, जिसकी जड़ें प्राचीन ग्रीस में हैं, जहाँ यह मूल ओलंपिक खेलों का हिस्सा था।
  • इसे आधुनिक ओलंपिक खेलों में पुरुषों के लिये वर्ष 1908 में और महिलाओं के लिये वर्ष 1932 में शामिल किया गया था।
  • जान ज़ेलेज़नी (चेक गणराज्य): उन्हें अब तक का सबसे महान भाला फेंक खिलाड़ी माना जाता है, उनके नाम 98.48 मीटर का विश्व रिकॉर्ड है और उन्होंने तीन ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते हैं।

पुरुष हॉकी:

  • भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीता है। 
  • यह पदक भारतीय हॉकी टीम का इतिहास में 13वाँ और टोक्यो वर्ष 2020 के बाद खेलों में दूसरा कांस्य पदक है। 
  • कप्तान: हरमनप्रीत सिंह 
  • पीआर श्रीजेश: भारत के स्टार गोलकीपर ने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से संन्यास की घोषणा की।

हॉकी: 

हॉकी एक टीम खेल है जो मैदान अथवा इनडोर सतह पर खेला जाता है, जिसमें ग्यारह खिलाड़ियों (फील्ड हॉकी) या छह खिलाड़ियों (आइस हॉकी) की दो टीमें शामिल होती हैं, जिनका उद्देश्य विरोधी टीम के नेट में गेंद या पक (PUCK) मारकर गोल करना होता है।

  • उद्देश्य: प्रतिद्वंद्वी के गोल में एक छोटी, गेंद मारकर गोल करना। 
  • खेल अवधि: आम तौर पर, 35 मिनट के दो हाफ।

भारत में हॉकी:

  • भारतीय हॉकी फेडरेशन (IHF) का गठन वर्ष 1925 में हुआ था, जो कि अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) के गठन के एक वर्ष बाद हुआ था।
  • पहला अंतर्राष्ट्रीय दौरा: न्यूजीलैंड, वर्ष 1926
  • भारत के पास ओलंपिक में आठ स्वर्ण पदक हैं, जो आज तक का रिकॉर्ड है।
  • मेजर ध्यानचंद:
    • वह दशकों तक भारतीय हॉकी के पोस्टर बॉय रहे।
    • भारत में उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है।
    • खेलों में आजीवन उपलब्धि के लिये ध्यानचंद पुरस्कार हॉकी के दिग्गज के नाम पर एक राष्ट्रीय खेल सम्मान है।

नागासाकी दिवस 2024

  • यह दिवस प्रतिवर्ष 9 अगस्त को मनाया जाता है। 
  • यह वर्ष 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा जापान के नागासाकी पर किये गए विनाशकारी परमाणु बम हमले का प्रतीक है।

घटनाक्रम: 

  • पर्ल हार्बर हमला (7 दिसम्बर, 1941): हवाई  स्थित अमेरिकी नौसैनिक अड्डे पर जापान के अचानक हमले के कारण अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हो गया।

  • अमेरिका ने जापान के खिलाफ युद्ध की घोषणा की (8 दिसंबर, 1941): अमेरिका आधिकारिक तौर पर युद्ध में शामिल हो गया। इसके कुछ ही समय बाद जर्मनी और इटली ने अमेरिका के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी।

  • जापानी विस्तार (1941-1942): जापान ने फिलीपींस और सिंगापुर सहित दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत क्षेत्र पर तेज़ी से विजय प्राप्त की।

  • डूलिटिल छापा (18 अप्रैल, 1942): अमेरिका ने टोक्यो पर प्रतीकात्मक हवाई  हमला किया, जिससे अमेरिकी मनोबल बढ़ा।

  • मिडवे की लड़ाई (4-7 जून, 1942): अमेरिका ने जापान को निर्णायक रूप से पराजित किया, जो प्रशांत युद्ध में एक महत्त्वपूर्ण मोड़ था।

  • ग्वाडलकैनाल अभियान (अगस्त 1942 - फरवरी 1943): अमेरिका ने जापान के विरुद्ध अपना पहला बड़ा आक्रमण जीत लिया, जिससे उसे रणनीतिक गति प्राप्त हुई।

  • द्वीप-होपिंग (1943-1945): मित्र राष्ट्रों ने प्रमुख द्वीपों पर नियंत्रित कर लिया, तथा जापान के करीब पहुँच गए।

  • लेयटे खाड़ी का युद्ध (23-26 अक्टूबर, 1944): अमेरिका ने जापानी बेड़े को पराजित किया, जिससे फिलीपींस को मुक्ति मिली।

  • इवो ​​जिमा (19 फरवरी - 26 मार्च, 1945): अमेरिका ने इवो जिमा पर नियंत्रण कर लिया, जिससे जापान पर हमले के लिये आधार तैयार हो गया।

  • ओकिनावा (1 अप्रैल - 22 जून, 1945): एक क्रूर युद्ध जो मित्र राष्ट्रों को मुख्य भूमि जापान के करीब ले आया।

  • पोट्सडैम घोषणा (26 जुलाई, 1945): मित्र राष्ट्रों ने जापान से बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग की तथा भयंकर परिणाम की चेतावनी दी।

  • हिरोशिमा बमबारी (6 अगस्त, 1945): अमेरिका ने हिरोशिमा पर पहला परमाणु बम गिराया, जिसमें हज़ारों लोग मारे गए।

  • सोवियत युद्ध की घोषणा (8 अगस्त, 1945): सोवियत संघ ने जापानी नियंत्रण वाले मंचूरिया पर आक्रमण किया।

  • नागासाकी बमबारी (9 अगस्त, 1945): अमेरिका ने नागासाकी पर दूसरा परमाणु बम गिराया, जिससे और अधिक तबाही हुई।

  • जापान का आत्मसमर्पण: जापान ने आत्मसमर्पण की घोषणा की, जिसके साथ 2 सितंबर 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध औपचारिक रूप से समाप्त हो गया।
  • मुख्य विवरण:
    • बम का नाम: फैट मैन
    • बम का प्रकार: प्लूटोनियम-आधारित परमाणु बम
    • विमान: B-29 बमवर्षक जिसका नाम "बॉक्सकार" है, जिसे मेजर चार्ल्स स्वीनी ने चलाया था

जापान:

  • स्थान: पूर्वी एशिया में द्वीप राष्ट्र
  • मुख्य द्वीप: होन्शू, होक्काइडो, क्यूशू और शिकोकू
  • राजधानी: टोक्यो
  • मुद्रा: जापानी येन (¥)
  • आधिकारिक भाषा: जापानी
  • राजनीतिक व्यवस्था: संसदीय सरकार के साथ संवैधानिक राजतंत्र
  • सम्राट: नारुहितो
  • प्रधानमंत्री: फूमियो किशिदा
  • यह प्रशांत महासागर के अग्नि वलय पर स्थित है, जिससे यह भूकंप और सुनामी के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है।
  • प्रमुख ब्रांड: टोयोटा, सोनी और निन्टेंडो


विश्व के स्वदेशी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2024

  • यह दिवस 1982 में संयुक्त राष्ट्र के स्वदेशी आबादी पर कार्य समूह की पहली बैठक की याद में 9 अगस्त को प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
  • स्थापना: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने वर्ष 1994 में इस दिवस की घोषणा की थी।
  • थीम 2024: स्वैच्छिक अलगाव और प्रारंभिक संपर्क में स्वदेशी लोगों के अधिकारों की रक्षा करना।
  • बोलीविया, ब्राज़ील, कोलंबिया, इक्वाडोर, भारत, इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, पेरू, वेनेज़ुएला सहित विभिन्न देशों के सुदूर वनों में लगभग 200 स्वदेशी समूह रहते हैं। 
  • माना जाता है कि माशको पिरो पृथ्वी पर सबसे बड़ी संपर्क रहित जनजाति है। 
  • भारत में आधिकारिक तौर पर "अनुसूचित जनजाति" के रूप में मान्यता प्राप्त 705 जातीय समूह हैं।

अंटार्कटिका की सर्दियों की गर्मी 

चर्चा में क्यों?

पिछले दो वर्षों में दूसरी बार अंटार्कटिका में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है, जबकि सर्दियों का मौसम अपने चरम पर है। जुलाई के मध्य से सतह का तापमान औसतन सामान्य तापमान से 10°C अधिक रहा है और कुछ दिनों में 28° से अधिक रहा है।

हीटवेव के बारे में:

  • पूर्वी अंटार्कटिका में तापमान वर्तमान में -25°C से -30°C के बीच रहता है, जहाँ सामान्यतः कठोर सर्दियों में तापमान -50°C से -60°C तक होता है।
  • कारण:
    • कमजोर ध्रुवीय भंवर: अंटार्कटिका के ऊपर ठंडी वायु को फँसाने वाले ध्रुवीय भंवर में बड़े पैमाने पर वायुमंडलीय तरंगों के कारण गड़बड़ी हुई है। इस गड़बड़ी के कारण ठंडी वायु बाहर निकल गई और गर्म वायु अंदर आ गई, जिससे तापमान बढ़ गया। 
    • बर्फ की चादर का नुकसान: अंटार्कटिका ने वर्ष 1980 और वर्ष 1990 के दशक की तुलना में हाल के दशकों में पहले ही 280% से अधिक बर्फ द्रव्यमान खो दिया है।

अंटार्कटिका:

  • अवस्थिति: अंटार्कटिका पृथ्वी का सबसे दक्षिणी महाद्वीप है, जो लगभग पूरी तरह से अंटार्कटिक वृत्त के भीतर स्थित है। यह दक्षिणी महासागर से घिरा हुआ है।
  • खोज: वर्ष 1820
  • यह पृथ्वी पर पाँचवाँ सबसे बड़ा और सबसे ठंडा महाद्वीप है।
  • इसमें विश्व का लगभग 60% ताज़ा जल मौजूद है।
  • यह वैज्ञानिक अनुसंधान, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन, हिमनद विज्ञान और खगोल विज्ञान का केंद्र है।
  • वर्ष 1959 में हस्ताक्षरित अंटार्कटिक संधि, महाद्वीप को वैज्ञानिक संरक्षण के रूप में नामित करती है और सैन्य गतिविधि पर प्रतिबंध लगाती है। इस पर 54 देशों ने हस्ताक्षर किये हैं।


नोबेल पुरस्कार विजेता

चर्चा में क्यों?

  • नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने गुरुवार को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली। 5 अगस्त को हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और पद छोड़ने के बाद यह शपथ ली गई। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने ढाका में राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई। लेकिन वे अपने देश का नेतृत्व करने वाले पहले नोबेल पुरस्कार विजेता नहीं होंगे।

नोबेल पुरस्कार विजेता जो अपने देश के राष्ट्राध्यक्ष बने: 

  • लेस्टर बी. पियर्सन: 
    • नोबेल शांति पुरस्कार: वर्ष 1957, स्वेज संकट को सुलझाने के लिये।
    • नेतृत्व: कनाडा के प्रधानमंत्री (1963-1968)
  • लेक वाटेसा: 
    • नोबेल शांति पुरस्कार: वर्ष 1983, पोलैंड में मुक्त ट्रेड यूनियनों और मानवाधिकारों के लिये अहिंसक संघर्ष के लिये।
    • नेतृत्व: पोलैंड के राष्ट्रपति (1990-1995)
    • उपलब्धियाँ: पोलैंड में साम्यवादी शासन को समाप्त करने के लिये सॉलिडैरिटी आंदोलन का नेतृत्व किया।
  • आंग सान सू की: 
    • नोबेल शांति पुरस्कार: वर्ष 1991, लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिये उनके अहिंसक संघर्ष के लिये।
    • नेतृत्व: म्यांमार की स्टेट काउंसलर (2016-2021)
    • उपलब्धियाँ: म्यांमार के सैन्य शासन से आंशिक लोकतंत्र में परिवर्तन का नेतृत्व किया, लेकिन बाद में रोहिंग्या संकट में उनकी भूमिका के लिये आलोचना का सामना करना पड़ा।
  • नेल्सन मंडेला:
    • नोबेल शांति पुरस्कार: वर्ष 1993, फ्रेडरिक विलेम डी क्लार्क के साथ संयुक्त रूप से रंगभेद को शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त करने के लिये।
    • नेतृत्व: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति (1994-1999)
    • उपलब्धियाँ: दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति, रंगभेद को समाप्त करने और लोकतांत्रिक सरकार की स्थापना में अहम योगदान।
  • जोस रामोस-होर्टा (पूर्वी तिमोर):
    • नोबेल शांति पुरस्कार: वर्ष 1996, पूर्वी तिमोर में शांतिपूर्ण समाधान की दिशा में काम करने के लिये।
    • नेतृत्व: पूर्वी तिमोर के राष्ट्रपति (2007-2012, 2022-वर्तमान), प्रधानमंत्री (2006-2007)।
    • उपलब्धियाँ: इंडोनेशिया से पूर्वी तिमोर की स्वतंत्रता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • मुहम्मद युनुस (बांग्लादेश):
    • नोबेल शांति पुरस्कार: वर्ष 2006, माइक्रोक्रेडिट के माध्यम से आर्थिक और सामाजिक विकास के प्रयासों के लिये।
    • नेतृत्व: वर्ष 2024 में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिये तैयार।

सामान्य ज्ञान

आज के समाचार में प्रमुख हस्तियाँ

नाम विवरण फोटो
वी. अनंथा नागेश्वरन मुख्य आर्थिक सलाहकार
शक्तिकांत दास RBI गवर्नर
मुहम्मद युनुस अंतरिम प्रधानमंत्री, बांग्लादेश
मोहम्मद शहाबुद्दीन राष्ट्रपति, बांग्लादेश
किरेन रिजिजू अल्पसंख्यक कार्य मंत्री
किंजरापु राम मोहन नायडू नागरिक उड्डयन मंत्री
हिमंत बिस्वा सरमा असम के मुख्यमंत्री